Thursday, February 13, 2020

सम्पूर्ण दर्शन माँ खल्लारी मंदिर भीमखोज महासमुन्द Maa Khallari Mandir Sampurn Darshan (2021)

माँ खल्लारी मंदिर महासमुंद से 23 km दूर बागबाहरा मार्ग पर ग्राम भीमखोज में स्थित है।जिला महासमुंद में कई पर्यटन स्थल जैसे बागबाहरा चंडी, कोसरंगी के सिद्ध बाबा व स्वप्न देवी महामाया,मामा भांजा मंदिर, सिरपुर, बेमचा खल्लारी, बिरकोनी चंडी, शक्ति माता हथखोज आदि अनिके दर्शनीय स्थल है।साथ ही यहाँ से राजीव लोचन मंदिर राजिम 30 km, चम्पारण 25 km की दुरी पर है।
खल्लारी मंदिर  
Source :- माँ खल्लारी मंदिर समिति द्वारा ड्रोन से लि गयी फोटो 

भीमखोज तक पहुचने के लिए सड़क एवम् रेलमार्ग दोनों की सुविधा है रेलवे स्टेशन से मंदिर की दुरी लगभग 2 km है। भीमखोज खल्लारी प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है। माँ खल्लारी जी की मंदिर ऊपर पहाड़ी में स्थित है।


khallari mata bhimkhoj
माँ खल्लारी 
पहाड़ी पर चढ़ने के लिए सीढ़ियों का निर्माण किया गया है यहाँ कुल 842 सीढ़िया है। संगमरमर और ग्रेनाइट पत्थरो से निर्मित मंदिर देखकर आँखे ठहर जाती है। खल्लारी में पहाड़ी से निचे छोटी खल्लारी व् मंदिर के ऊपर पहाड़ी वाली बड़ी खल्लारी माता विराजमान है।

Maa Khallari Bhimkhoj Khallari
माता खल्लारी 

mata khallari
पहाड़ी पर विराजित माँ खल्लारी 

Maa Khallari Temple Khallari
निचे वाली माँ खल्लारी 



माँ खल्लारी का आगमन यहाँ महासमुंद के समीप स्थित ग्राम - बेमचा से हुआ है। यह स्थान अनेक पौराणिक कथाओ को समेटे हुए है।

प्रथम दर्शन खल्लारी धाम - मेघा ऋषि 

प्रवेश द्वार - ऊपर वाली खल्लारी माता 


महाबली हनुमान खल्लारी धाम 

महर्षि वेदव्यास 

माँ अन्नपूर्णा देवी मंदिर 

गुफा वाली दंतेश्वरी माई 


यहाँ गुफा वाली माँ दंतेश्वरी, शिव दर्शन, भागीरथी दर्शन, बटुक भैरव, भीम पाँव, भीम चुल, व डोंगा पत्थर आदि देखने योग्य है। उची पहाड़ी पर चारो ओर बिखरी हरियाली मन मोह लेती है।


वही लगभग 10 फिट उची और 20 फिट लंबी डोंगा पत्थर लोगो का ध्यान आकर्षित करती है डोंगा पत्थर की स्थिति देखने में ही असहज है।
डोंगा पत्थर खल्लारी 


पहाड़ी पर जगह जगह छोटे गड्ढे देखने को मिलते है ये गड्ढे कोई सामान्य गड्ढे नहीं बल्कि पांडव पुत्र भीम के पावँ के निशान है इनके आकर 2 फुट से लेकर 8 फुट तक लंबाई के, 5 फुट तक चौड़े और 6 से 8 फुट तक गहराई के देखने को मिलते है। ऐसा कहा जाता है की अज्ञात वास के समय भीम इन पहाड़ियों पे विचरण किया करते थे ये उन्ही के पाव के निशान है । भीम की विशालता और शारीरिक क्षमताओं के बारे में हमें अकसर कई कथाओ में सुनने को मिलते है इन बातो से इस मान्यताओ को और भी बल मिलता है।यही पर एक लंबी चौड़ी चूल्हे की आकर की चट्टान है जिसे भीमचुल कहा जाता है इसी पत्थर पर भीम खाना बनाया करते थे ऐसी मान्यता है ।पहाड़ी पर और भी कई चीजे धयान आकर्षित करती है यहाँ से आसपास का नजारा भी शानदार होता है सीढ़ियों पर झुण्ड में बैठे बंदर भी कहि न कहि दिख ही जाते है इनकी उछाल कूद पूरी पहाड़ी पर जब तब दिखती ही रहती है।

माँ खल्लारी के अनन्य भक्त 

भागीरथी दर्शन 


शिव दर्शन 

भगत  के वश में है भगवान 
  
खल्लारी मंदिर 

सिद्ध बाबा दर्शन खल्लारी डोंगरी 




खोखला पठार 




नायक व बंजारा की श्रापित प्रतिमा 

निचे वाली खल्लारी माता ,माता राउर 

जगन्नाथ मंदिर 
साल के दोनों नवरात्रो में श्रद्धालु यहाँ मनोकामना पूर्ति हेतु ज्योत जलाते है।साथ ही नवरात्र में यहाँ बड़ी संख्या में लोगो की भीड़ माँ के दर्शन के लिए उमड़ती है नवरात्र में कई आयोजन भी कराये जाते है।चैत्र मास की पूर्णिमा में यहाँ मेला लगता है।

माँ काली प्रतिमा - खल्लारी धाम 

पहाड़ी से निचे करीब 800 मिटर की दुरी पर माँ काली की लगभग १२ फिट ऊची विशाल प्रतिमा और भगवान् जगन्नाथ जी की प्राचीन मंदिर स्थित है। जगन्नाथ जी का यह मंदिर 8वीं सदी में बनाया गया था।पत्थरो से बने इस मंदिर का निर्माण नागर शैली में हुआ है मंदिर प्रांगण का महौल बहुत शांत है साथ ही मंदिर में जगन्नाथ जी की बहुत सुंदर प्रतिमा स्थापित है। जगन्नाथ यात्रा में यहाँ विशेष आयोजन होता है।



यहाँ से ग्राम कोसरंगी के सिद्ध बाबा मंदिर केवल 13 km. दूर है इसलिए जब भी आप खल्लारी माता के दर्शन के लिए आयें तो ग्राम कोसरंगी के सिद्ध बाबाचंडी माता मन्दिर बागबाहरा के दर्शन जरूर करते जाये।

17 comments:

  1. क्या खल्लारी वही स्थान है| जहा महाभारत कालीन पांडवो का लाक्षागृह सकुनी ने पांडवो को मारने के लिए बनाया था| बहुत पहले सुना था की खल्लारी में इसके अवशेष अभी भी है| हमें जानकारी दे व लाक्षागृह की तस्वीर डालने की कृपा करे |
    हमें तस्वीर का इंतिजार रहेगा |
    |||| माँ खल्लारी सभी भक्तो की मनोकामना पूर्ण करे |||||

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    1. जी हां....

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    2. Anonymous27 May

      Ji Nahi Aisha Nahi Hai
      bas Cg ke log Aisha Mante Hai

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  2. लाक्षागृह को लाखेशरी गुड़ी के नाम से जाना जाता है| जो की खल्लारी में कुम्हार ,मेहर पारा में स्थित है|
    आप इस लिंक पर क्लिक करके उसके तश्वीर देख सकते है| जय माँ खल्लारी
    लाक्षागृह लाखेशरी गुड़ी खल्लारी

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  3. माँ खल्लारी मंदिर नीचे वाली माता राउर में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है।
    मंदिर में दान देकर पुन्य अर्जन करे।व मंदिर पूर्ण करने में अपना सहयोग करे।
    अधिक जानकारी व दान देने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करे।
    www.maakhallari.in

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  4. माँ खल्लारी मंदिर में दान करने के लिए संपर्क सूत्र, खाता संख्या
    छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक
    शाखा – बागबरहा
    A/C No: 005201017363
    IFS Code: SBIN0RRCHGB
    A/C Name: खल्लारी मातेश्वरी जगन्नाथ स्वामी मंदिर ट्रस्ट खल्लारी
    देना बैंक
    शाखा – महासमुंद
    A/C No: 110510001427
    IFS Code: BK0N0821105
    A/C Name: जगन्नाथ स्वामी खल्लारी मातेश्वरी मंदिर ट्रस्ट खल्लारी

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  5. माँ खल्लारी मंदिर में दान करने के लिए संपर्क सूत्र +91-9111199762, 7987640254
    sonuchandrakar091@gmail.

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  6. क्या khallari डोंगरी मे उडण खटोला(रोपवे)की सुविधा हैं क्या🤗

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    1. अभी कार्य प्रगति पर है

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  7. Anonymous29 November

    जय मां खल्लारी
    जय जगन्नाथ

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