Tuesday, February 21, 2017

हथखोज मेला ( Hathkhoj Mela, Makar Sakranti )

ग्राम हथखोज  गरियाबंध जिले के राजिम के अन्तर्गत आता है।  यह महासमुंद से 14 कि.मी की दुरी पर स्थित है।  यहाँ पहुचने के लिए उत्तम  रास्ते   है  यहाँ  की नदी पर पूल  का निर्माण भी हो गया है । यही रास्ते से राजिम। ,टीला  एनिकट ,चम्पारण  पंहुचा जाता है।  
hathkhoj mela
शक्ति माता 
यहाँ  पर प्रत्येक वर्ष  मकर सक्रांति  का मेला अत्यधिक  प्रसिद्ध है।और  काफी फलदाई माना  गया है  जो  लोगो के दिलो में अपना एक  अलग महत्व रकता  है। यहाँ दूर दराज  से लोग भारी  मात्रा में आते है । यहाँ पर शक्ति माता का प्रसिद्ध मंदिर 7  नदियो के संगम के तट  पर स्थित
hathkhoj mela
मुख्य मंदिर 
है। यहाँ का संगम स्थल काफी विशाल है।  जिसे  देखकर लोग हैरान हो जाते है। यह  एक ऐसा  स्थान है जहा पर सप्त धारा  बहती है।   यहाँ का मेला काफी  विशाल होता है।  
मंदिर का स्थान प्रकृतिक हरियाली से परी  पूर्ण है चारो तरफ घने वृक्ष  लगे हुवे है 

मंदिर परिसर पर प्रथम दर्शन विशाल नंदी से होता है उसके बाद माता का मंदिर  स्थित है माता के मंदिर के सामने शिव जी का मंदिर है । ठीक परिसर पर ज्योति कक्ष स्थित है । इस स्थान पर माता की प्रतिमा को देखकर लगता है की यह हजारो वर्ष  पुराना  हो सकता है । 
shapt dhara hathkhoj mela
सप्त धारा का दिशा चित्र 

इस स्थान का महत्व :- यहाँ पर मकर सक्रती  के दिन जो भी भक्त  सच्ची मन से माता को  श्रद्धा भाव से  दंडवत प्रणाम करता है माता उसमे सवार हो जाती है । और  वह व्यक्ति दंडवट  मुद्रा में जमीन  पर लोटते रहती है जब
तक की उसकी हात  छूट ना  जाये। उस समय वह कुछ समय के लिए मूर्छित अवस्था में चला जाता है। और वह जब होश में आता है तो उसे   उस अवस्था के बारे में  उसको कुछ पता नहीं रहता है और  वह कितना भी लोट जाये उसको तनिक
भी खरोच नहीं आती है।  यह सब माता के चमत्कार से ही सम्भव होता है। माँ शक्ति उसकी सभी मनोकामना पूरी करती है। लोगो की मान्यता है की ऐसा  करने से उसके सभी पाप नष्ट हो  जाते है  मेले के समय  यहाँ  पर लोगो को भारी  मात्रा में  लोटते  हुवे  देख सकते है 
पूरा मेला नदी स्थल पर होता है।     





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1 comment:

  1. हतखोज मेला व माता शक्ति के बारे में काफी रोचक जानकारी व सुन्दर तस्वीर डाली है आपने...........

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