ग्राम हथखोज महासमुंद जिला से 14 km की दुरी पर स्थित है। यहाँ महानदी एवं अन्य 6 सहायक नदियों का संगम है इस कारण इसे सप्त धारा संगम भी कहा जाता है।
शक्ति लहरी माता |
हथखोज तक सड़क मार्ग से पंहुचा जा सकता है। इस स्थान पर माता शक्ति की मंदिर स्थापित है, प्रत्येक वर्ष की मकर सक्रांति को यहाँ मेले का आयोजन होता है। जहां दूर दूर से लोग आते है। मेला पुरे नदी स्थल पर ही आयोजित होता है।
मंदिर परिसर |
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सात धाराओ का दिशा चित्र |
मंदिर से जुडी एक अति विश्वसनीय मान्यता यह है की मकर सक्रांति त्यौहार के दिन जो भी भक्त श्र्द्धा भाव से मेला स्थल पर माता शक्ति को दंडवत प्रणाम करता है माँ शक्ति उसपर सवार होती है और वह व्यक्ति उसी (दंडवत) मुद्रा में जमीन पर लोटने लगता है,
मुख्य मंदिर |
मंदिर परिसर का मनोरम दृश्य |
और तब तक लोटता ही रहता है जब तक उसके हाथ छूट न जाये। जब व्यक्ति लोटना बंद करता है तब वह कुछ देर मूर्छा में चला जाता है। गौर करने वाली बात ये होती है इन सब गतिविधियों के बारे में उस व्यक्ति को कुछ पता नहीं होता।
पुरे मेला स्थल पर आपको इस दिन जहां तहाँ इस तरह लोटते हुए लोग दिखाई पड़ेंगे। लोगो का मानना है की ये माँ का आशीर्वाद है और इस तरह उनके पापों का प्रायश्चित होता है। इस मान्यता के कारण पुरुष ही नहीं माताएँ बहनें भी निःसंकोच माँ शक्ति की वंदना कर प्रक्रिया में भाग लेते है। निचे दिए हुए link पर जाकर मेला वीडियो देखें।(कैसे जमीन पर लोटते है श्रद्धालु )
मकर सक्रांति को सूखा लहरा लेते है । साथ ही भव्य मेले का आयोजन होता है।।
ReplyDelete।।जय माँ शक्ति लहरी देवी।।