Ancient Shabri Mata Temple Kharod
खरौद एक प्राचीन नगरी है| यहाँ पर अनेको प्राचीन
मंदिर विद्यमान है|इनमे से सबसे प्राचीन लक्ष्मनेश्वर महादेव मंदिर को माना गया है|
शबरी माता मंदिर – खरौद |
इस शिवलिंग में एक लाख छिद्र है|जिसकी स्थापना त्रेता युग में,वनवास काल के दौरान भगवान
लक्ष्मण ने किया गया था| इसे खर और दूषण नाम के दो दैत्यों कि नगरी कहा जाता है|
जिसके कारण इस नगर का नाम खरौद पड़ा|
Shabri Mata Mandir Kharod |
भक्त माता शबरी कि प्रतिमा शिवरीनारायण के केशव
नारायण मंदिर में स्थापिंत है| इसके आलावा खरौद ग्राम में जो कि शिवरीनारायण से 03
किलोमीटर कि दुरी पर है| यहाँ पर प्राचीन शबरी माता का मंदिर है| इस मंदिर का
निर्माण कौन सी शताब्दी में हुवा है इसकी जानकारी नही है| मगर कुछ लोग इसे शिरपुर
के लक्ष्मण मंदिर के समकालीन आस पास मानते है|
मंदिर वर्गाकार उचे पत्तर के चबूतरे
पर बना हुवा है|मंदिर का निर्माण लाल इटो के द्वारा किया गया है| सामने का जो
भाग है|वह पत्थरो से बना है| ऊपर का भाग नष्ट गया है| गर्भ गृह पर माता शबरी कि
प्रतिमा विराजमान है| गर्भ गृह के प्रवेश द्वार पर भगवान के द्वार पाल का चित्रांकन किया गया है|साथ कि कई अन्य प्रकार
कि बेल बुटो वाले आकृति से प्रवेश द्वार
को सजाया गया है| मंदिर में बेहद उन्नत किस्म कि नक्काशी देखि जा सकती है|मंदिर के
बरामदे पर कुछ खण्डित प्रतिमा रखी गयी है|
Shabri Mata Temple |
मंदिर का संरक्षण पुरातत्व विभाग द्वारा
किया जा रहा है| पुरे परिसर में पर्यटकों के बैठने के लिए गार्डन का निर्माण कराया
गया है| मंदिर को चारो तरफ से लोहे के एंगल द्वारा सुरक्षित किया गया है| जिसमे दो
प्रवेश द्वार है| मंदिर प्राचीन तालाब के किनारे पर है| व तालाब में बीच में एक
स्तम्भ है जिसमे एक छोटा सा मन्दिर बना हुवा है|जो पूरी तरह से पत्थर के स्तम्भ के
सहारे टिका हुवा है| तालाब के मेड पर पत्थरों से निर्मित मंदिर है| जो एकदम जर्जर
अवस्था में है| रोड के किनारे पर तालाब में मेड पर अनेको शिव मंदिर है|जो देख रेख
के आभाव से एकदम खंडहर के सामान प्रतीत होता है|
आपके लिए सुझाया गया :-
- शिवरीनारायण मंदिर-जांजगीर चाम्पा
- लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर - खरौद
- गिरौद पूरी गुरु घासीदास बाबा ,जैतखाम
- प्राचीन शिव मंदिर नारायणपुर
Very old temple of kharud chhattisgarh
ReplyDeleteJai ma'shabri
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