History of Sita Devi Temple, Village Deorbija सीता देवी मंदिर – देवरबीजा (जिला – बेमेतरा)
भू निर्देशांक 21० 40० 11.33” उत्तरी अक्षांस 81०24’28.76 पूर्वी देशांतर
मंदिर कि स्थति :– बेमेतरा से 16 कि.मी पर रायपुर बेमेतरा मार्ग पर देवरबीजा ग्राम के तालाब के किनारे यह प्राचीन स्मारक स्थित है|
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सीता देवी मंदिर – देवरबीजा |
मंदिर का इतिहास :- भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर का निर्माण कलचुरी राजावो के द्वारा 12 वी शताब्दी में निर्माण कराया गया था| जिसे सीतादेवी मंदिर एवं सिया देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है|
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Dancing panel,sitadevi Temple,Deorbija |
विवरण :-एक जलासय के निकट अवस्थित बलुवा पत्थर से निर्मित इस पूर्वाभिमुख मंदिर नागर शिखर से सज्जित गर्भगृह सप्तरथ भू संयोजन पर बना है|
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सती स्तम्भ देवरबीजा |
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sitadevi Temple,Deorbija |
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sitadevi Temple,Deorbija |
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द्वार शाखा ,सीता देवी मंदिर |
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sitadevi Temple,Deorbija |
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sitadevi Temple,Deorbija |
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मूर्ति शिल्प, सीता देवी मंदिर |
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sitadevi Temple,Deorbija |
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sitadevi Temple,Deorbija |
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गणेश प्रतिमा,सीता देवी मंदिर ,देवरबीजा |
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Sita Devi Temple, Deorbeeja |
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Sita Mata Temple, Deorbeeja |
गर्भगृह के द्वार पर अत्यंत सुसज्जित द्वारशाखाओ में क्रमस दक्षिण एव वाम पार्श्व में यमुना एव गंगा का अंकन प्राप्त होता है|
Ancient Sita Devi Temple Dewarbija
इसके ललाट बिम्ब पर गणेश एव ललाट प्रस्तर पर नवग्रह का अंकन इसके सौदर्य को और अधिक बडा देता है|मंदिर के पाद भाग में पांच पट्टिकाए निर्मित है|जिन पर क्रमश: लता,पुष्प ,गज एव नर्तन करती श्त्रियो का वर्णन किया गया है पाद एवं जंघा के मध्य वलयाकार वन्धन अवस्थित है जिन पर दो भागो में गणेश,अंधकासुर,शिव,सूर्य,विष्णु, हरिहर,हिरण्यगर्भ,लक्ष्मी,महिसासुर मर्दनी,सरस्वती इत्यादि का अंकन किया गया है|यह मंदिर छत्तीसगढ़ कि प्राचीन धरोहर है|मंदिर के आगे एक सती स्तम्भ है| स्थानीय निवासियों के अनुसार इस सीता माता मंदिर का निर्माण छ: मासी रात में किया गया था|
स्मारक सूर्योदय से सूर्यास्त तक दर्शको के लिए खुले रहते है|
देवरबीजा से लगभग 20 कि.मी कि दुरी पर रायपुर दुर्ग मार्ग पर पर्यटक ग्राम सहसपुर,पुरातत्व महत्व का स्थान है,यहाँ पर दो भव्य प्राचीन मंदिर विद्यमान है|जिसमे प्रथम शिव मंदिर और शिव मंदिर के समीप बजरंग बलि मंदिर है|इस दोनों मदिर कि शिल्पकारी बेहद उन्नद है|मंदिर संरक्षण के आभाव के चलते अपनी प्राचीनता खोती नजर आ रही है|ये दोनों मंदिर पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित ईमारत है|
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बहुत बढ़िया जानकारी, मैं इस मंदिर पर कभी नहीं गया था, मगर मैं अब इस मंदिर को देखने जरूर जाऊंगा, बहुत प्राचीन मंदिर लग रहा है!
ReplyDeleteआपको दिल से धन्यवाद......
क्या इस मंदिर पर माता सीता की प्रतिमा है!
ReplyDeleteBehtarin Mandir Chhattisgarh mein vakai bahut se Jagah hai dekhne layak
ReplyDelete"Awesome experience, the place even has exceptions for blind people."
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