History of Shiv Mandir Sahaspur in Hindi
Shiv Mandir Sahaspur |
जिला मुख्यालय से 24 किलोमीटर कि दुरी पर दुर्ग रायपुर मार्ग पर देवकर से 04 कि .मी. पर ग्राम सहसपुर में प्राचीन बजरंग बली मंदिर के निकट स्थित है|इस पूर्वाभिमुख मंदिर में गर्भगृह,अन्तराल एवं मण्डप है|आमलक एवं कलश युक्त शिखर भाग नागर शैली में निर्मित है, मण्डप का धरातल गर्भगृह से थोडा ऊँचा है|मण्डप षोडशखम्भी(सोलह स्तम्भों पर आधारित )है और प्रत्येक स्तम्भ पर नाग उकेरे गए है|द्वार के सिरदल पर ललाट बिम्ब में चतुर्भुज शिव एवं दाये छोर पर ब्रम्हा तथा बाये सिरे पर विष्णु आसीन है|
शिव मंदिर सहसपुर |
Ancient Shiv Temple Sahaspur,Chhattisgarh
निचे नवग्रहो का विपरीत क्रम में अंकन किया गया है|मंदिर के गर्भगृह में जलधारी योनीपीठ पर शिवलिंग प्रतिष्ठापित है| नागर शैली में निर्मित यह मंदिर कवर्धा के फनिनागवंशी राजावो के राजत्वकाल में (13 वी14 वी शदी इस्वी )निर्मित हुवा है|मंदिर का वितान (छत)अलंकृत है|मंदिर कि बांयी ओर कि बाह्य भित्ति पर आले में नटराज शिव,पिछली भित्ति के आले में स्थानक सूर्य एवं दायी ओर के आले में चतुर्भुज नृतगपति कि प्रतिमाये है| यह मंदिर अपनी प्राचीन विरासत को खोती नजर आ रही है|मंदिर उपेक्षा का शिकार हो गया है| सावन माश में भारी मात्र में शिव भक्त मंदिर में भगवान को जल अर्पित करने को आते है| इस शिवलिंग कि खासियत यहाँ है कि यह शिवलिंग स्वयंभू है| व जितना जल डालो शिवलिंग को नहीं डुबाया जा सकता , पुरातत्व विभाग के द्वारा इसकी देखरेक किया जा रहा है मगर असामाजिक तत्वों के चलते मंदिर क्षेत्र को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है|ग्राम पंचायात को इस मंदिर कि सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए|मंदिर प्रांगन में प्राचीन बजरंग बलि मंदिर है|पूरी जानकारी के लिए यहाँ क्लीक करे|आपके लिए सुझाया गया :-
बहुत बढ़िया जानकारी।
ReplyDelete।।धन्यवाद।।
अपना छत्तीसगढ़ पर्यटन के मामले में किसी भी राज्य से कम नहीं है।
Nice my village tample sahaspur
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