Ancient Shiva Temple Narayanpur
छत्तीसगढ़ के बलौदा बाज़ार जिले के अंतर्गत कसडोल के समीप महानदी के तट पर प्राचीन और धार्मिक महत्व का
स्थल है| जिसे नारायणपुर नामक ग्राम के नाम से जाना जाता है| यहाँ का प्रमुख
आकर्षण का केंद्र भव्य प्राचीन शिव मंदिर है|
शिव मंदिर नारायणपुर |
इस नगर कि प्राचीनता
यहाँ के मंदिरों में स्पस्ट देखी जा सकती है| यहाँ पर स्थित शिव मंदिर अपनी
स्थापत्य कला के लिए मशहुर है| स्थानीय लोगो कि माने तो, इस मंदिर का निर्माण
कलचुरी कालीन राजा के द्वारा 7 वी से आठवी शताब्दी के बीच कराया गया था|
History of Narayanpur Shiv Temple
मंदिर कि कारीगरी काफी
उन्नत है| यह पूर्वाभिमुखी शिवमंदिर ,जिसका निर्माण,लाल और काले बलुवा पत्थरो के इस्तेमाल से इस मंदिर का निर्माण किया गया है|
पत्थरो को तराश कर बेहतरीन से बेहतरीन प्रतिमा को उसमे उकेरा गया है| जो उस समय कि
उन्नत कारीगरी को बाया करती है|
Narayanpur Shiv Temple |
यह मंदिर एक बड़े से
चबूतरे पर 16 स्तंभों पर टिका हुवा है| मंदिर के गर्भ गृह में प्राचीन शिवलिंग
विद्यमान है|जो किसी मंदिर के शिखर के सामान दिखता है| प्रवेश द्वार पर अनेक देवी
देवतावो कि प्रतिमा का चित्रांकन किया गया है| मंदिर के बाहरी दीवारों पर विष्णु
के अवतारों का बारी- बारी से वर्णन किया गया है| साथ ही यक्ष गन्धर्व ,पशु पक्षी ,बेलबूटे
के साथ कामुक प्रतिमा को पत्थरो में तरासा गया है|जो खजुराहो के मंदिर के सामान
लगता है|
Ancient Shiva Temple Narayanpur -Baloda Bazar
मुख्य मंदिर के बगल
में एक और मंदिर है जो उचाई में थोडा कम है| जिसका प्रवेश द्वार मुख्य मंदिर से
ठीक विपरीत है| जिसके अन्दर अब कोई मूर्ति
नहीं है|
मंदिर के आसपास
खुदाई से प्राप्त हुई मूर्तियों को एक छोटा से संग्रहालय बना कर रखा गया है| इस
संग्रहालय में एक बड़े से मानव के आकार कि प्रतिमा है| जिसे स्थानीय निवासी राजा कि
मूर्ति बताते है|
इस मंदिर पर कभी भूकम्प
के झटके आया रहा होगा जिसके कारण मंदिर का कुछ भाग जमीन कि सतह कि ओर धस चूका है|
इसके बावजूद मंदिर कि स्थति बेहद अच्छी है| लेकिन दुर्भाग्य वह इस मंदिर पर पूजा
पाठ नही होता|कुछ लोग सावन माश में भगवान को जल चडाने आते है|यह मंदिर उपेक्षा का
शिकार हो गया है|
यह शिव मंदिर:- {{ पुरातत्व
विभाग(छत्तीसगढ़ )}} द्वारा संरक्षित ईमारत है|सूर्योदय से सूर्यास्त तक मंदिर के दर्शन कर सकते है|
इसको सुरक्षित तथा
आकर्षक बनाने के लिए मंदिर के चारो तरफ गार्डन बनाया गया है| तथा लोहे के ऐगल द्वार
चारो तरफ से घेरा करके रखा गया है| यहाँ का वातावरण बेहद शांत है| यहाँ आके कुछ पल
सुकन के बिता सकते है|
Shiv Mandir Narayanpur |
कैसे पहुचे :-
राजधानी रायपुर से 102 कि.मी,कसडोल से 12 किलोमीटर .तथा जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर एवम सिरपुर से 40 कि मी कि दुरी पर स्थित है|रास्ते पक्की बनी हुई है|साथ
ही महासमुंद से कसडोल तक बस सुविधा है| यह मंदिर मुख्य मार्ग से २ कि मी कि दुरी
पर विद्यमान है| यह प्राचीन धरोहर प्रचार- प्रसार के आभाव के चलते , लोग इस मंदिर
के बारे में नहीं जानते है|लेकिन जब से इसे पर्यटक ग्राम घोषित किया है| तब से कुछ
लोग मंदिर तक आ रहे है| मंदिर का प्रचार प्रसार होना अभी बाकी है|
बलौदा बाज़ार व उसके
आसपास के दर्शनीय स्थल:-
ये सभी धार्मिक स्थल बलौदा- बाज़ार के आसपास स्थित है|
कभी मौका मिलेगा तो मै इस मंदिर को देखने जरूर जाऊंगा।
ReplyDeleteजय शिव शंभू । ॐ नमः शिवाय
Kya Karan hai ki is mandir me Pooja airchana nahi karte hai log
ReplyDeleteMandir bhavy hai ekdam shan't vatavaran hai yaha kaa
"A very good place to hangout with family and friends."
ReplyDeleteBehad Shandar Mandir hai turturiya se kafi najdik hai
ReplyDeleteWorld’s richest place of worship- is one of the most important Hindu temples in the world.
ReplyDeletehttps://trip2kerala.com/place/sree-padmanabhaswamy-temple/