Saturday, August 18, 2018

Dhelva Dongri, Mungaser, ढेलवा डोंगरी , भीम डोंगरी मुनगाशेर

 ढेलवा डोंगरी में है भीम का चिलम 

 ढेलवा डोंगरी

यह ढेलवा डोंगरी जिसे भीम डोंगरी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्राचीन महाभारत कालीन पर्वत है|  जिसमे पांडव अपने वनवास काल के दौरान यहाँ पर रुके थे जिस कारण यहॉ का एक अलग ही प्राचीन महत्व है। यहा पर भीम के कई साक्ष प्रमाण पाये गये है जिसमे भीम पाव, भीम का चिलम(गांजा पीने का यंत्र),यहा पर भीम द्वार हिरबिचि कैना को झुला 
Dhelwa Dongri
भीम का चिलम 


Mahabali Bhim Footprint Chhattisgarh Hill ...


झूलाया करते थे। इस स्थान का भौतिक आकलन करने से यह आभास हुवा की वाकई यहा पर कभी पांडव अपना वनवास काल मे कुछ समय यहा बिताये होंगे। दो विशाल पर्वत जो किसी स्तम्भ की भांति प्रतीत होती है| स्थानीय निवासी बताते है कि इसी पर विशाल भीम के द्वारा झुले की रस्सी को इसमे बाधा जाता था। इनके कई साक्ष प्रमाण वर्तमान में देख रेख ना होने के कारण आज विलोपित हो चुके है। आज संरक्षण के आभाव से यह पर्वत अपनी पहचान खोती नजर आ रही है। 
Chhathisgarh, the ancient temple


bhim hill



Ancient chhattisgarh

पाण्डव  इसी रास्ते से खल्लारी डोंगरी भीमखोज डोंगरी,चेंदवा डोंगरी को गए थे| जिसमें खल्लारी में भीम चुल,भीम पैर,और खल्लारी ग्राम के खुफिया सुरंग लाक्षाग्रह के समय इसी सुरंग से निकले थे| आज उसके अवशेष मात्र बचे है।

कैसे पहुचे : - यह स्थान जिला मुख्यालय से 48 km नेशनल हाइवे 35 के रास्ते तुंगाव पटेवा , झलप होते हुवे मूनगाशेर ग्राम में यह डोंगरी स्थित है रास्ते पक्की बानी हुई है।बागबाहरा होते हुवे भी इस स्थान पर पहुचा जा सकता है।जो थोड़ी घुमाव दार है।

इन्हे भी जरूर देखे :-

टिप :-  यदि किसी के पास इस ढेलवा डोंगरी के बारे में और जानकारी है तो  हमें जानकारी भेजे हम इस पोस्ट में जानकारी साझा करेंगे |  हमारा  संपर्क आई डी  devmsmd@gmail.com 

0 Please Share a Your Opinion.: