Kaushalya Mata Temple in Chandrakhuri,Raipur
दुनिया का एकमात्र राम की जननी माता कौशिल्या का प्रसिद्ध मंदिर छत्तीसगढ़ में स्थित है व राजधानी से महज ३० कि.मी. की दुरी पर चंद्रखुरी नामक ग्राम पर सात तालाबों के बीच स्थित है|
तालाब के बीच पुल के माध्यम से मंदिर तक पंहुचा जाता है | बरसात के समय मंदिर की शोभा देखने लायक होती है| मंदिर प्रांगम की सुंदरता दूर से ही भव्य दिखाई देती है|मंदिर के चारो तरफ अनेक वृक्ष लगे हुए है तथा गार्डन का निर्माण किया गया है | मंदिर प्रांगण में भक्तो को आकर्षित करने के लिए नाना प्रकार के निर्माधीन प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है |
उनमे से सबसे सुंदर विष्णु की शेष शैय्या में बनी प्रतिमा है जो तालाब के बीच में स्थित है | वहा तक सिर्फ तैर के पंहुचा जाता है |नवरात्रि के समय भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिलती है
तथा भक्तो के द्वारा काफी संख्या में मनोकामना ज्योति कलश जलाये जाती है तथा मनोकामना स्वरुप मंदिर के सामने के वृक्ष पर कपडे से लपेटकर नारियल बाधा जाता है तथा मनोकामना पूरी होने पर उसे वहा से निकाला जाता है |
टिप :- माता के विश्राम के लिए दोपहर १ बजे से ३ बजे के बीच मंदिर पट बंद रहता है| इस स्थान को माता कौशिल्या का जन्म स्थान माना गया है साथ ही रामायण कालीन सुखैन वैध्य का निवास स्थान भी बताया जाता है | चंद्रखुरी फॉर्म से चंद्रखुरी की दुरी २ किलोमीटर है | क्युकी चंद्रखुरी फॉर्म तक ही बस सुविधा है उसके बाद ऑटो रिक्शा की मदद से मंदिर तक पंहुचा जाता है|
This country is the only temple dedicated to Kaushalya Mata. It is a very ancient temple. Chhattisgarh was known as the South Kaushal and it was Ram God's Nanihal. This temple is located in Chandakhuri village, Arya is under the initiation of development, this temple falls under Talab. It is located in an island in the center of the city, it is very peaceful here, the mind and this temple are very beautiful. The idol of the mother Kaushalya in this temple They switch to Lord Ram was taken into lap.
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