Barsur-Battisa Mandir,Tehsil-Dantewada ,District-Dantewada(Chhattisgarh)
Battisa Mandir Barsur |
बत्तीसा मंदिर बारसूर - दन्तेवाड़ा |
यह प्राचीन स्मारक बारसूर नामक ऐतिहासिक स्थल में जो जगदलपुर से भोपालपटनम रोड पर स्थित गीदम से 18 कि.मी।.दूर एवं जगदलपुर से 100 की. मी. की दुरी पर स्थित है| यहाँ पर बत्तीसा मंदिर नामक महत्वपूर्ण मंदिर विद्यमान है। जिसमे बत्तीस स्तंभों पर आधारित बड़ा मण्डप है जो दो मंदिरो से सम्बन्ध है।
बत्तीसा मंदिर - बारसुर |
इसके गर्भगृह में द्वितल वाली वर्गाकार ऊँची काले पत्थर की बनी ओपयुक्त जलाधारी पर शिवलिंग प्रतिस्थापित है। मंडप में शिवलिंग की ओर मुख किये हुवे नंदी बैठा हुवा है।
- खल्लारी माता ,मंदिर - भीमखोज- जिला -महासमुंद
- लक्ष्मण मंदिर -सिरपुर- जिला - महासमुंद (छः ग )
- जुड़वाँ गणेश प्रतिमा - बारसूर - जिला - दंतेवाड़ा
- श्री महाप्रभु वल्लाभाचार्य -चम्पारण - जिला -रायपुर
नंदी की प्रतिमा बहुत सुन्दर एवं सजीव प्रतीत होती है। इस मंदिर का मुख पूर्व दिशा की ओर है।
बत्तीसा मंदिर का निर्माण काल 11 -12 वी शती ईस्वी में 'छिन्दक 'नागवंशी राजाओ के राजत्वकाल में हुवा है। इस मंदिर दो गर्भगृह वाले प्राचीन (जोड़ा मंदिरो ) का सुन्दर नमूना है। ऐसे मंदिर अधिकांशत :महाराष्ट्र एवं आंध्रप्रदेश में प्राप्त हुवे है। बारसूर स्थित मामा - भांजा मंदिर ,गणेश मंदिर एवं चन्द्रादित्य मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित दर्शनीय स्मारक है।
इस मंदिर की सभी तस्वीर गिरीश कुमार श्रीवास (gIrIsh kumAr shrIvAs)के द्वारा ली गयी है |
इस मंदिर की सभी तस्वीर गिरीश कुमार श्रीवास (gIrIsh kumAr shrIvAs)के द्वारा ली गयी है |
टिप :-इस मंदिर की मान्यता है की नंदी के कानो में माँगी गयी मुरादे स्वयं भगवान शिव भक्तो की इच्छा पूरी करती है|
Nice please in barsur
ReplyDeleteHistorical temple made by chhindak nagwansh of bastar, battisa means thirty-two, this temple has thirty-two pillars, which is the 4x8 rows, the columns of big Khalis stones, which are carved by the most cautiously, have a beautifully decorated Nandi bull outside the sanctum, there is a very beautiful undiscovered Shivling inside the sanctum
ReplyDeleteThis is a great historical place. It carries its heritage from last 832 years. A temple buit of granite stone with a lot of effort and hardwork. Chindaknagwanshi kings of Dandkaranya region buit this temple.
ReplyDeleteVery old relic temple a must visit for Hindus as well as historians ..
ReplyDeleteBattisa temple is very old and it's stone are very big. This place is good for seeing.
ReplyDeleteदक्षिण बस्तर के पौराणिक नगर बारसूर में अवस्थित तथा संभवत: 1208 ई. में प्राचीन नागवंशीय शासकों द्वारा निर्मित इस मन्दिर में दो गर्भगृह विद्यमान हैं। बारसूर में बत्तीसा मंदिर के नाम से पुकारे जाने वाले इस मंदिर में बत्तीस स्तम्भ हैं। मंदिर में दो गर्भगृह हैं और दोनों गर्भगृह त्रिरथ शैली में बनाए गये हैं। गर्भगृह में दो जलहरियां बनाई गई हैं, जो चारों दिशाओं में घूमती हैं। इन दोनों शिवालयों को सोमेश्वर महादेव तथा गङ्गाधीश्वर महादेव के नाम से बुलाया जाता है। मन्दिर में स्थापित नन्दी की मुर्तियों पर उस समय के शिल्पकारों द्वारा महीन शिल्पकारी देखते ही बनती है।
ReplyDeleteIt is very uncommon to find 2 garhgrihas in any Hindu Temple, but Battisa Temple has them. Dedicated to Lord Shiva, two queens of the King Someshwar Dev built this temple. It is of 9th century, Nagvanshi era. This temple stands tall on 32 stone pillars.
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