माँ चन्द्रहासिनी मंदिर चंद्रपुर जांजगीर -चांपा ( छत्तीसग़ढ़ )
माँ चन्द्रहसिनी का प्रसिद्ध मंदिर छत्तीसग़ढ़ के जांजगीर - चांपा जिले में स्थित है| यह विशाल महानदी के तट पर चंद्रपुर नामक नगर पर स्थित है इसे माँ दुर्गा का रूप भी माना जाता है| माता रानी का मंदिर काफी विशाल है जिसे देखते ही लोगो की आखे चकाचौंद हो जाती है माता का भव्य स्वरुप सभी भक्तो को अपनी ओर आकर्षित करती है | यहाँ मंदिर परिसर पर नाना प्रकार की भव्य प्रतिमा का निर्माण किया गया है
जिसमे विशाल हनुमान जी ,अर्ध नारिश्वर महादेव की प्रतिमा भक्तो को दूर से ही नजर आती है ,यहाँ पर द्रोपती चिर हरण ,कृष्णा की बाल लीला ,गजराज को भगवान विष्णु के द्वारा उसकी रक्षा करने की प्रतिमा माँ दुर्गा के नव रूप अनेक ऋषि मुनि की प्रतिमा बनी हुई है | यहाँ पर एक सर्व धर्म की मंदिर बनी हुई है | जिसमे सभी धर्मो में आराध्य देवी देवतावो की प्रतिमा स्थापित किया गया है | यह मंदिर सभी धर्मो को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य कर रही है |
जिसमे विशाल हनुमान जी ,अर्ध नारिश्वर महादेव की प्रतिमा भक्तो को दूर से ही नजर आती है ,यहाँ पर द्रोपती चिर हरण ,कृष्णा की बाल लीला ,गजराज को भगवान विष्णु के द्वारा उसकी रक्षा करने की प्रतिमा माँ दुर्गा के नव रूप अनेक ऋषि मुनि की प्रतिमा बनी हुई है | यहाँ पर एक सर्व धर्म की मंदिर बनी हुई है | जिसमे सभी धर्मो में आराध्य देवी देवतावो की प्रतिमा स्थापित किया गया है | यह मंदिर सभी धर्मो को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य कर रही है |
यहाँ पर हर समय माता के दरबार में हजारो - लाखो भक्तो का ताता लगा रहता है उन सभी भक्तो को माता के दर्शन में किसी प्रकार की कोई कस्ट ना हो उसका उचित व्यवस्था मंदिर समिति के द्वारा किया गया है
यहाँ पर प्रति वर्ष शारदीय और चैत्र नवरात्र में यहाँ विशाल मेले का आयोजन किया जाता है | जिसमे विशाल जन समुदाय उमड़ता है | जो देखने लायक होता है इस नगर में दशहरा को काफी धूमधाम और हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है |
यहाँ पर मंदिर से थोड़ी दूर माँ नाथल दाई का मंदिर स्थित है जो महानदी के संगम के भीच टापू पर स्थित है |
कैसे पहुंचे - यह मंदिर जिला मुख्यालय जांजगीर से लगभग 120 कि. मी तथा रायगढ़ से 32 कि. मी की दुरी पर स्थित है | राजधानी रायपुर से यहाँ सरायपाली सारंगढ़ होते हुवे लगभग 200 कि. मी दुरी तय कर यहाँ पंहुचा जा सकता है यहाँ नियमित बसे चलती रहती है | यही रास्ते से परम तेजस्वी कलयुग के भगवान बाबा सत्यनारायण के दर्शन किया जा सकता है | जो लगभग १२ वर्षो से तपस्या में बैठे है |
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कैसे पहुंचे - यह मंदिर जिला मुख्यालय जांजगीर से लगभग 120 कि. मी तथा रायगढ़ से 32 कि. मी की दुरी पर स्थित है | राजधानी रायपुर से यहाँ सरायपाली सारंगढ़ होते हुवे लगभग 200 कि. मी दुरी तय कर यहाँ पंहुचा जा सकता है यहाँ नियमित बसे चलती रहती है | यही रास्ते से परम तेजस्वी कलयुग के भगवान बाबा सत्यनारायण के दर्शन किया जा सकता है | जो लगभग १२ वर्षो से तपस्या में बैठे है |
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चंद्रपुर (चंद्रहासिनी)
ReplyDeleteचंद्रमा की आकृति जैसा मुख होने के कारण इसकी प्रसिद्धि चंद्रहासिनी और चंद्रसेनी मां के नाम जगत में फैल रही है, लेकिन इसका स्वरूप चंद्रमा से भी सुंदर है। जब हम लोग मंदिर के अंदर प्रवेश किये तो वहा mobile & camera se फ़ोटो लेना मना था जिसकी वजह से माँ चंद्रहासिनी की फ़ोटो नहीं ली शाम को 1 घंटे माता की आरती होती है हम लोग आरती के बाद मंदिर के चारो तरफ घुमे मंदिर के चारो तरफ अर्द्धनारीश्वर, महाबलशाली पवन पुत्र, कृष्ण लीला, चीरहरण, महिषासुर वध, चारों धाम, नवग्रह की मूर्तियां, सर्वधर्म सभा, शेष शै्यया तथा अन्य देवी-देवताओं की भव्य मूर्तियां लगी हुई हैं चंद्रहासिनी माता का मुख मंडल चांदी से चमकता है, ऐसा नजारा देश भर के अन्य मंदिरों में दुर्लभ है मंदिर चंद्रपुर ,जांजगीर से 120 किलोमीटर तथा रायगढ़ से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु उसकी तारीफ किए बगैर नहीं रूकते।
मां का मुख चंद्रमा से भी सुंदर है।
DeleteThe ancient temple of Goddess Devi Maa Chandrahasini Temple is situated on the three reever confluence in Janjgir district of Chhattisgarh. Chandrahasini Devi Temple is an important tourist landmark. the near by city of Raigarh.chandrapur is must Religious place in chhattisgarh
ReplyDeleteHoly place for hindu devotees. Chandrahashini temple is made at small delta of Mahanadi river, near to chandrapur. Chhattisgarh. Lot many tourist and devotees come to chandrapur and chandrahashini temple. Best season is rainy and winter. Avoid summer. To much crowded during navaratri and dashahara. So many small shops are available related to puja samagri. And small food stalls are also. So may ppls come for picnic also. Because natural beauty .
ReplyDeleteKind attention. River is having lot many sudden depths, so until unless not good in swimming don't swim in river.
Beautiful temple on small mountain in river side. There are many artificial entertainment areas to enjoy. Even an artificial cave is there with different statues inside. It is a small mountain where spirituality and entertainment is side by side. This is a very popular site for the people of Chhatisgarh and Odisha.
ReplyDeleteFamous Historic Holy Temple of Goddess Chandrahasini near Mahanadi river, at Raigarh. The Temple is widely acclaimed & ardent Worshippers all over the State visits in thousands. Beautiful architecture, parks, cave for kids .... all in all a Lovely place to visit.
ReplyDeleteVery peaceful place and feeling of cosmic energy. Cleanliness and decoration of temple will observed everywhere. Worth coming...feels near to god
ReplyDeleteBeautiful place for each generation, Management doing their duty very well,P remises cleanliness is good,Man made Scenic illustration surrounding way to temple stairs is awesome. For adventures people river boating and spending time at sand debris may be good option.
ReplyDeleteMandir ka pat morning me kab tak open rhta hai
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