पराक्रमी वीर कचना धुरवा मन्दिर ग्राम-बारूका जिला गरियाबंद (छत्तीसगढ) मे स्थीत है
यहा पर महान प्रतापि राजा कि यादे छुपि हूई है उसके साहस विरता और पराक्रम कि गाथा उस क्षेत्र के कन कन पर बसी हुई है|
शत्रु उसका नाम सुनकर थर-थर कापने लगते थे छत्तीसगढ के वीरो का वह आर्दश था
कचना धुरूवा ने अपने राज्य मे न्यायपूर्ण शासन स्थापित किया ईस क्षेत्र मे उन्हे युग नायक के रूप मे प्रतिष्ठा प्राप्त हुई
ईस क्षेत्र मे लोग उन्हे देवता के रूप मे मानते और उसकी पूजा करते है
गोंड जाति के लोगो के लिये तो भगवान स्वरूप ही है|
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