Maa Sonai Rupai Mandir, Village Khatti Distt-Mahasamund (Chhattisgarh)
माता सोनई रुपई |
छत्तीसगढ़ के जिला महासमुंद मुख्यालय से लगभग 15 कि.मी. दूर ग्राम खट्टी की पहाड़ियों पर विराजमान है माँ सोनई और रुपई। माँ सोनई और रुपई को दो बहनो के रूप मे पुजा जाता है, इन्हे स्वप्न देवी के नाम से भी जाना जाता है । सोनई रुपई माँ का मंदिर ग्राम खट्टी से परसदा की ओर जाने वाले मार्ग मे सुंदर पहाड़ियो पर स्थित है। पहाड़ी पूरी तरह वृक्षो से आक्छादित है जिसकी हरियाली अत्यंत मनमोहक है। पहाड़ो पर वन्य प्राणियों की चहल कदमी भी अक्सर देखने को मिलती जो यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना रहता है।
सोनई रुपई माँ के मंदिर मे वर्ष के दोनों ही पक्षो की नवरात्रियों (चैत्र-कूवार) मे श्रद्धालुओ की बड़ी भीड़ माँ के दर्शन के लिए आती है। मनोकामना पूर्ति हेतु श्रद्धालुओं द्वारा यहाँ ज्योत भी जलाए जाते है दोनों ही नवरात्र मे यहाँ लगभग 1000 से 1500 ज्योत श्रद्धालु मनोकामना पूर्ति हेतु प्रज्वलित करते है। नवरात्र के समय यहाँ पूरे नौ दिनो तक मेले जैसा माहौल होता है जिसमे अनेक आयोजन भी होते है हर संध्या मे माँ की सेवा आरती व जसगीतों का आयोजन अनेक मंडलियों द्वारा किया जाता है।
सोनई रुपई माँ के ग्राम खट्टी मे प्राकट्य से संबन्धित एक लघु कथा प्रचलित है-(History of Sonai Rupai Mata Temple)
वर्षो पूर्व गाँव के एक बुजुर्ग को माँ ने स्वप्न मे आकार पहाड़ी पर होने की जानकारी दी व उसे लोगो की सहायता से मंदिर बनाकर सेवा करने का अवसर दिया। बुजुर्ग ने गाँव के लोगो से यह बात कही परंतु ग्रामीणो ने कोई विशेष रुचि न दिखाते हुए इस बात को टाल दिया। कुछ समय बाद गाँव के कुछ लोग पहाड़ी पर चट्टानें तोड़ने पहुंचे, चट्टानें तोड़ते हुए संयोग से किसी ग्रामीण ने माँ की प्रतिमा पर पत्थर समझकर वार कर दिया जिससे उस पत्थर से खून बहने लगा इस घटना से सभी लोग भयभीत हो वहाँ से भाग गए और गाँव मे आकार इस घटना की जानकारी सबको दी। अगली सुबह लोगो ने देखा की अनेक छोटे-छोटे बंदन युक्त पत्थर घरो के सामने बिखरे पड़े थे यही नजारा पूरे गाँव का था लोग इस बात को माँ का प्रकोप मानकर पुनः पहाड़ी पर पहुंचे और सोनई रुपई माँ की विधिवत पुजा कर वहा मंदिर का निर्माण कराया । आज माँ सोनई रुपई गाँव की प्रमुख देवी के रूप मे पूजी जाती है।
पहाड़ी के नीचे छोटी सोनई रुपई माँ का मंदिर है । मंदिर मे समय के साथ अनेक निर्माण कार्य किए गए, वर्तमान मे मंदिर मे अनेक साज सज्जा के कार्य हो चुके है जो आगन्तुको का ध्यान आकर्षित करती है। मंदिर के चारों ओर अलग अलग जगहो पर विभिन्न देवी देवताओ की मूर्तिया मंदिर की शोभा बढ़ाती है शेष शैय्या पर माँ लक्ष्मी के साथ विराजित भगवान विष्णु जी की प्रतिमा अत्यंत शोभनीय है, अभी भी मंदिर मे अनेक निर्माण कार्य चल रहे है।
संकलन
देवेन्द्र कुमार चन्द्राकर
ग्राम -बोरियाझर महासमुन्द
जय माँ सोनई रुपई।,मैं यहाँ हर साल नवरात्र में माता के दर्शन को जरूर जाता हूं।
ReplyDeleteJai Mata Di
ReplyDeleteja mata di
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